पूर्वाभास (www.poorvabhas.in) पर आपका हार्दिक स्वागत है। 11 अक्टूबर 2010 को वरद चतुर्थी/ ललित पंचमी की पावन तिथि पर साहित्य, कला एवं संस्कृति की पत्रिका— पूर्वाभास की यात्रा इंटरनेट पर प्रारम्भ हुई थी। 2012 में पूर्वाभास को मिशीगन-अमेरिका स्थित 'द थिंक क्लब' द्वारा 'बुक ऑफ़ द यीअर अवार्ड' प्रदान किया गया। इस हेतु सुधी पाठकों और साथी रचनाकारों का ह्रदय से आभार।

रविवार, 20 नवंबर 2011

उत्तरायण प्रकाशन की पुस्तकें

निर्मल शुक्ल
उत्तरायण प्रकाशन
एम-१६८, आशियाना
लखनऊ (उ.प्र.), भारत
मोब: +919839825062

नवगीत: नई दस्तकें (स.- निर्मल शुक्ल)

शब्दपदी (स.- निर्मल शुक्ल)

लखनऊ  के प्रतिनिधि गीतकार (स.- मधुकर अष्ठाना)

एक और अरण्य काल (नवगीत संग्रह)- निर्मल शुक्ल

नील वनों के पार (नवगीत संग्रह)- निर्मल शुक्ल

मुट्ठी भर अस्थियाँ  (नवगीत संग्रह)- मधुकर अष्ठाना

और कितनी देर (नवगीत संग्रह)- मधुकर अष्ठाना

दर्द जोगिया ठहर गया (नवगीत संग्रह)- मधुकर अष्ठाना

नई सदी के पाँव (दोहा संग्रह)- डॉ. ओमप्रकाश सिंह 

शब्द हैं प्रतिबिम्ब मेरे (नवगीत संग्रह)- डॉ. ओमप्रकाश सिंह 

किन्तु मन हारा नहीं (नवगीत संग्रह)- श्याम श्रीवास्तव 

Uttarayan Prakashan (Lucknow, U.P., India) 

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